महाकुंभ 2025 में फिर लगी आग: कई पंडाल जलकर राख, डोम सिटी तक पहुंचीं लपटें – प्रशासन अलर्ट पर!

Sandeep Singh

Mahakumbh  में फिर लगी आग: कई पंडाल चपेट में आए, कोई हताहत नहीं, डोम सिटी में भी उठीं लपटें

प्रयागराज | Mahakumbh 2025

Mahakumbh fire 2025 की तैयारियों के बीच एक बार फिर आग लगने की घटना सामने आई है। इस बार आग इतनी भीषण थी कि कई पंडाल इसकी चपेट में आ गए। दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया, लेकिन इस घटना ने कुंभ मेले में सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। आग लगने के बाद आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। वहीं, इस हादसे का असर डोम सिटी तक भी देखा गया, जहां भी आग की लपटें उठती दिखीं। प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं।

Mahakumbh
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Mahakumbh कैसे लगी आग? प्रारंभिक जांच में क्या सामने आया?

प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या रसोई गैस सिलेंडर लीक होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। प्रशासन ने बताया कि आग लगने की वास्तविक वजह का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की टीम तैनात कर दी गई है।

आग इतनी तेजी से फैली कि एक के बाद एक कई पंडाल इसकी चपेट में आ गए। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया।

🔥 मुख्य कारण जिनकी जांच की जा रही है:
1️⃣ इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट – कई बार कुंभ मेले में अस्थायी तारों के गलत तरीके से लगाए जाने की वजह से आग लगने की घटनाएं होती रही हैं।
2️⃣ रसोई गैस लीक – मेले में कई जगह बड़े पैमाने पर भंडारे और प्रसाद बनाने के लिए गैस सिलेंडर का उपयोग किया जाता है।
3️⃣ धूप और गर्मी का असर – अधिक गर्मी में अस्थायी पंडाल जल्दी आग पकड़ सकते हैं।


डोम सिटी में भी उठीं लपटें, श्रद्धालुओं में मची भगदड़

इस घटना के दौरान डोम सिटी में भी आग फैलने की खबरें सामने आईं, जिससे श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया। प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया और आग को फैलने से रोक लिया।

डोम सिटी वह क्षेत्र है, जहां कई प्रमुख संतों और अखाड़ों के शिविर लगे हुए हैं। यदि आग पर जल्द काबू नहीं पाया जाता, तो यह एक बड़ी त्रासदी का रूप ले सकती थी।

➡️ घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग तेजी से फैल रही थी और चारों ओर धुआं ही धुआं था।
➡️ अग्निशमन विभाग की टीम ने कई टैंकरों से पानी डालकर आग पर नियंत्रण पाया।

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प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया और राहत कार्य

🚒 फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई गई।
🚑 राहत दल तुरंत सक्रिय हुआ और आग प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
🔎 आग की वजह का पता लगाने के लिए फोरेंसिक जांच के आदेश दिए गए हैं।

प्रयागराज प्रशासन ने Mahakumbh में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कई आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा, सभी पंडालों की फायर सेफ्टी जांच दोबारा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।


Mahakumbh  में लगातार बढ़ रही आगजनी की घटनाएँ – चिंता का विषय

Mahakumbh  2025 शुरू होने से पहले ही आग लगने की यह तीसरी बड़ी घटना है। इससे पहले भी कुंभ क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर आग लगने की घटनाएँ हो चुकी हैं।

🔥 हाल ही की घटनाएँ:
✔️ 10 दिन पहले – एक भंडारे में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी।
✔️ एक सप्ताह पहले – एक अस्थायी टेंट में आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ था।

➡️ लगातार हो रही इन घटनाओं ने सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन द्वारा दमकल विभाग को अलर्ट पर रखा गया है, लेकिन इतनी बड़ी भीड़ में आग पर पूरी तरह से नियंत्रण रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।


महाकुंभ 2025 में आग से बचाव के लिए उठाए जा रहे कदम

अतिरिक्त दमकल गाड़ियाँ तैनात की गई हैं।
हर पंडाल में अग्निशमन यंत्र (फायर एक्सटिंग्विशर) रखना अनिवार्य किया गया है।
फायर ब्रिगेड की टीम लगातार क्षेत्र का निरीक्षण कर रही है।
विद्युत विभाग को सभी अस्थायी वायरिंग की दोबारा जांच के निर्देश दिए गए हैं।

➡️ सुरक्षा उपायों के बावजूद लगातार आग की घटनाएँ सामने आ रही हैं, जिससे मेले में आने वाले श्रद्धालु और साधु-संतों की सुरक्षा चिंता का विषय बन गई है।

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श्रद्धालुओं के लिए ज़रूरी सावधानियाँ

🚨 आग जैसी आपातकालीन स्थिति में क्या करें?
✔️ खुले में आग जलाने से बचें।
✔️ भीड़भाड़ वाले स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतें।
✔️ किसी भी संदिग्ध घटना की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
✔️ बिजली के तारों और गैस सिलेंडरों के पास जाने से बचें।


निष्कर्ष

Mahakumbh fire 2025 जैसे विश्वस्तरीय धार्मिक आयोजन में आग की घटनाएँ चिंता का विषय हैं। प्रशासन आग पर काबू पाने में सफल रहा, लेकिन बार-बार हो रही घटनाओं को देखते हुए और कड़े सुरक्षा उपायों की जरूरत है।

आग से बचाव और सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि श्रद्धालु निर्भय होकर अपनी आस्था और श्रद्धा के साथ कुंभ में शामिल हो सकें। 🚩

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